Pradnya Vivardhan Stotra : प्रज्ञा विवर्धन स्तोत्र
अस्य श्री प्रज्ञा विवर्धन स्तोत्र मन्त्रस्य सनत्कुमार ऋषि: स्वामी कार्तिकेयो देवता अनुष्टुप छन्द : मम सकल विद्या सिध्यर्थे , प्रज्ञा वृध्यर्थे प्रज्ञा विवर्धन स्तोत्र पारायणे विनियोग: !! स्कन्द उवाच !! योगिश्वरो महासेन: कार्तिकेयोग्नि नंदन: ! स्कन्द: कुमार सेनानी: स्वामी शंकर सम्भव: !! गाँगेयस्ताम्र चूडश्च ब्रम्हचारी शिखिध्वज: ! तारकारी उमापुत्र क्रौंचारिश्च षडानन: !! शब्दब्रम्ह समुद्रश्च सिद्ध…